केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 2026 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए एक बड़ा बदलाव लागू किया है। अब कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए APAAR ID अनिवार्य होगी। यह एक 12-अंकीय यूनिक डिजिटल पहचान है, जो शिक्षा मंत्रालय द्वारा दी जाती है। यह ID छात्रों के शैक्षिक रिकॉर्ड को एक जगह सुरक्षित रखती है। इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत शुरू किया गया। इसका उद्देश्य शिक्षा को डिजिटल और पारदर्शी बनाना है। छात्रों को बोर्ड परीक्षा रजिस्ट्रेशन के लिए यह ID जमा करनी होगी। बिना इसके परीक्षा में शामिल होना मुश्किल होगा। अच्छी खबर यह है कि इसे घर बैठे 5 मिनट में बनाया जा सकता है।
APAAR यानी ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री एक डिजिटल पासपोर्ट की तरह है। यह प्री-प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक के रिकॉर्ड को जोड़ता है। इसमें मार्कशीट, सर्टिफिकेट, अटेंडेंस और अन्य उपलब्धियां शामिल होती हैं। यह ID डिजिलॉकर के साथ जुड़ी है, जिससे रिकॉर्ड कभी भी, कहीं भी देखे जा सकते हैं। सीबीएसई ने इसे कक्षा 9 और 11 में रजिस्ट्रेशन और कक्षा 10 और 12 में लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स (LOC) के लिए जरूरी किया है। यह फैसला जून 2025 की गवर्निंग बॉडी मीटिंग में लिया गया।
APAAR ID बनाने की प्रक्रिया बेहद आसान है। इसके लिए आधार कार्ड और मोबाइल नंबर चाहिए। सबसे पहले abc.gov.in वेबसाइट पर जाएं। वहां डिजिलॉकर में लॉगिन करें। अगर अकाउंट नहीं है, तो नया बनाएं। लॉगिन के बाद आधार नंबर और ओटीपी डालें। फिर “Create APAAR ID” विकल्प चुनें। एक नया पेज खुलेगा। इसमें नाम, जन्मतिथि, लिंग, स्कूल का नाम, रोल नंबर और ईमेल डालें। सभी जानकारी सही भरें। आधार से डेटा सत्यापित होगा। जानकारी सबमिट करते ही APAAR ID जनरेट हो जाएगी। इसे डाउनलोड करें और सुरक्षित रखें। यह प्रक्रिया 5 मिनट से कम समय लेती है।